RAJARAM SAMAJ SEWA FOUNDATION is a non-profit organization registered under Section 8 of the Companies Act, 2013, dedicated to creating a positive social impact through initiatives in mental health, environmental conservation, child welfare, education, and elderly care.
Founded with the belief that “Service to humanity is the highest virtue,” the foundation aims to build an inclusive, educated, and sustainable society where every individual lives with dignity, good health, and equal opportunity.
हमारा दृष्टिकोण (Our Vision)
एक ऐसा भारत जहाँ हर बच्चा शिक्षित हो, हर व्यक्ति मानसिक रूप से स्वस्थ हो, और हर गाँव हरियाली से भरपूर हो।
हम एक ऐसे समाज की कल्पना करते हैं जहाँ सेवा, सम्मान और संवेदना ही जीवन का आधार हों।
हमारा मिशन (Our Mission)
- मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना और सामुदायिक काउंसलिंग सेवाएँ उपलब्ध कराना।
- पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण, जल-संरक्षण और स्वच्छता अभियानों का संचालन करना।
- गरीब और जरूरतमंद बच्चों को शिक्षा, पोषण और स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान करना।
- वृद्धजनों के लिए सम्मानजनक देखभाल, आश्रय और स्नेहपूर्ण वातावरण उपलब्ध कराना।
- युवाओं को स्वयंसेवा (volunteering) के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन से जोड़ना।
हमारे मूल्य (Our Core Values)
- सेवा (Service): दूसरों के कल्याण के लिए निस्वार्थ भाव से काम करना।
- सम्मान (Respect): हर उम्र, वर्ग और व्यक्ति को समान दृष्टि से देखना।
- संवेदना (Empathy): समाज की तकलीफों को महसूस करना और उनका समाधान खोजना।
- पारदर्शिता (Transparency): हर कार्य में ईमानदारी और जवाबदेही बनाए रखना।
- सहयोग (Collaboration): समुदाय, सरकार और स्वयंसेवकों के साथ मिलकर काम करना।
हमारे मुख्य कार्यक्रम (Our Key Focus Areas)
- 🧠 मानसिक स्वास्थ्य: काउंसलिंग, हेल्पलाइन और जागरूकता अभियान।
- 🌳 पर्यावरण संरक्षण: वृक्षारोपण, स्वच्छता ड्राइव और ग्रीन स्कूल प्रोग्राम।
- 📚 बाल शिक्षा व स्वास्थ्य: स्कॉलरशिप, हेल्थ कैंप और पोषण सहायता।
- 🏡 वृद्धाश्रम पहल: बुज़ुर्गों के लिए स्नेह, सुरक्षा और सम्मान का घर।
हमारा वचन (Our Commitment)
हम सिर्फ सहायता नहीं, बल्कि सशक्तिकरण में विश्वास रखते हैं।
हमारा हर कदम इस सोच पर आधारित है —
“हरियाली लाओ, जीवन बचाओ।
मन स्वस्थ तो तन स्वस्थ।
गरीबी नहीं बनेगी रुकावट, शिक्षा होगी हमारी ताकत।
सेवा ही मानवता है।”